आत्मा निर्विकार अमर आत्मा संग दोष कैसे आया ? आत्मा निर्विकार अमर आत्मा संग दोष कैसे आया ?
ये कविता वर्तालाप है मेरे और मेरी आत्मा के बीच| जब मैं अपने वजूद और उपस्थिति के बारे में सोचता हूँ त... ये कविता वर्तालाप है मेरे और मेरी आत्मा के बीच| जब मैं अपने वजूद और उपस्थिति के ...
युग शंखनाद चैतन्य आत्म शक्ति का शाश्वत जीजस दानवता में मानवता का भाग्य भगवान।। युग शंखनाद चैतन्य आत्म शक्ति का शाश्वत जीजस दानवता में मानवता का भाग्य भगवान...
धारणा मन जब हृदय समा गया, मस्तक मध्य कमान। धारित हो तब धारणा, बनता ध्यान विधान। धारणा मन जब हृदय समा गया, मस्तक मध्य कमान। धारित हो तब धारणा, बनता ध्यान व...
घर भी नहीं सुरक्षित मेरा, डर के सायों से बाहर भी जाऊं तो मन डरता है गैरों से। घर भी नहीं सुरक्षित मेरा, डर के सायों से बाहर भी जाऊं तो मन डरता है गैर...
तेरी आंखों में मुझे स्नेह दिखे, हर जन्म तुझे ही पाऊँ मैं। तेरी आंखों में मुझे स्नेह दिखे, हर जन्म तुझे ही पाऊँ मैं।